Sanskrit
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- पंचसंग्रह
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- नाममाला (महाकवि धनंजय)
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- श्रीकल्पसूत्रार्थप्रबोधिनी
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- पुरुषार्थ सिद्ध उपाय(आचार्य अमृतचंद्र स्वामी)
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- आलोचना-पाठ
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- नियमसारपाहुडसुत्तस्य समीक्षात्मकम अध्यनम
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- बारह भावना : वंदू श्री अरहंतपद…
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- यंत्र मंत्र तंत्र विद्या
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- प्रद्युम्न चारित्र (महासेनाचार्य विरचित)
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- आवश्यकनिर्युक्तिदीपिका
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- ओहनिज्जुत्ति/ पिंडनिज्जुत्ति (बीअं मूलसुत्त)
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- उत्तरङज्झयणं (चउत्थं मूलसुत्त)
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- दसवेयालियं (तइयं मूलसुत्तं)
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- आवस्सयं (पढमं मूलसुत्तं)
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- स्वप्नाध्याय:(आचार्य भद्रबाहुस्वामी)
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- श्री आचाराङ्ग सूत्र भाग १
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- श्री आचाराङ्ग सूत्र भाग २
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- तत्वार्थ सूत्र जैनाड़ड़गम-समन्वय
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- श्री आवश्यक सूत्र भाग १
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- श्री अंतकृदशाङ्ग
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- निरयावलिका सूत्र
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- तिरुक्कुरल
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- गध्या चिन्तामणि
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- बारसासूत्रम सुवर्ण अक्षर
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- भक्तामर-कल्याणमंदिर-नमिऊण स्तोत्रत्रयम
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- मैथिली-कल्याणम
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- श्री उपदेशसप्ततिका
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- पिण्डविशुद्धि प्रकरणम्
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- लघीयस्त्रयादि संग्रह
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- कर्मग्रन्थाशतकावचूर्णी
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- चारित्रशुद्धि व्रत
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- चउपन्न महापुरिस चरियं
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- त्रिषष्टिशलाका पुरुष चरित्र
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- प्रतिक्रमण सूत्र सह विवेचन भाग २
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- अंगपण्णति
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- विविध तीर्थकल्प
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- स्याद्वाद मंजरी
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- पञ्च प्रतिक्रमण
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- श्री भक्तामार-कथा-कोष
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- न्यायविनिश्चय विवरण भाग १
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- तत्वार्थवार्तिकम भाग १
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- न्यायविनिश्चय खंड १
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- न्यायविनिश्चय विवरणम प्रथमो भाग
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- सिद्धिविनिश्चय टीका प्रथमो भाग:
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- सुभाषित रत्नसन्दोह
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- मैथिली कल्याणम्
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- मदन पराजय
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- त्रिषष्टिशलाका पुरुष चरित्र
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- तत्त्वार्थवृत्ति
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- जैन तर्क भाषा
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- तत्वार्थवार्तिकम
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- स्वयम्भू-स्तोत्र
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- आवश्यकनिर्युक्ति भाग 1
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- आवश्यकनिर्युक्ति भाग 2
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- जैन दार्शनिक प्रकरण संग्रह
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- संस्कृत प्रवेशिनी द्वितीय भाग
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- अष्टसहस्री प्रथम भाग
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- अष्टसहस्री द्वितीय भाग
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- अष्टसहस्री तृतीय भाग
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- अध्यात्मसार
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- आदिपुराण प्रथम भाग
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- क्रिया-कलाप:
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- कुरल काव्य
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- लघीयस्त्रयदिसंग्रह:
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- लोक-विभाग
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- मदन पराजय
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- मोक्षशास्त्र
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- स्वतन्त्रवचनामृत
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- स्याद्वादरहस्य द्वितीय खण्ड
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- स्याद्वादरहस्य तृतीय खण्ड
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- कल्याण मंदिर स्तोत्र
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- मूलाचार प्रदीप
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- नाममाला
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- न्याय विनिश्चय विवरणम प्रथम भाग
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- निर्ग्रन्थ-प्रवचन
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- नीतिवाक्यामृत भाग १
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- नीतिवाक्यामृत भाग २
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- नीतिवाक्यामृत में राजनीती
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- न्यायकुमुदचंद्र प्रथम भाग
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- न्यायकुमुदचंद्र द्वितीय भाग
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- न्याय-दीपिका
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- न्यायरत्न सार
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- न्याय विनिश्चय विवरणम द्वितीय भाग
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- पद्मनन्दि पंचविंशति:
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- पञ्चस्तोत्र संग्रह
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- पाण्डव पुराण
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- पार्श्वाभ्युदयम
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- पार्श्वनाथ चरितम
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- सूक्ति मुक्तावली
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- नेमिनिर्वाणम
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- पद्यात्मकोपदेशप्रदीप:
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- सुक्त मुक्तावली
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- प्रमाण निर्णय
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- प्रमाणप्रमेयकलिका
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- प्रमाणन्यायतत्वलोकालङ्कार:
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- प्रमाण मीमांसा
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- प्रमाण मीमांसा सोभाचन्द्र
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- प्रमाप्रमेय
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- प्रमेय रत्नमाला
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- प्रासाद मंडन
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- पुरुदेवचम्पूप्रबन्धः
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- पुरुषार्थसिद्धयुपाय पं० मुन्नालाल रांधेलीय वर्णी
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- पुरुषार्थसिद्धयुपाय पं० मक्खनलाल शास्त्री तिलक
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- रत्नकरण्ड श्रावकाचार
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- रत्नमाला
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- धर्मामृत (सागार)
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- सज्जन चित्त वल्लभ
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- समाधितंत्रम
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- सम्यक-चारित्र-चिंतामणि
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- सुभाषितरत्नसंदोह
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- सुदर्शनचरितम
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- सुधर्म ध्यान प्रदीप
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- प्रतिक्रमणहेतुगर्भ:
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- संस्कृतसिद्ध चक्रविधान
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- सान्वयतत्वबोधतरंगिणी
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- सप्तभङ्गीतरङ्गिणी
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- शाकटायनं व्याकरणम
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- शाकटायन व्याकरणम
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- शांतिसुधासिन्धु
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- षड़दर्शनसम्मुच्य
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- श्री भैरव पदमावती कल्प:
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- श्री दानादिकुलकसंग्रह:
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- श्रीकल्पसूत्रार्थप्रबोधिनी
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- श्री ललितविस्तरा
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- श्री लोकप्रकाश:
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- श्री मल्लिनाथ पुराण
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- श्री मुहूर्तराज
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- श्रीमुनिसुव्रतकाव्य
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- श्री पंचाध्यायी
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- श्रीपाण्डव-चरित्रमहाकाव्यम
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- श्रीउपदेश-सप्ततिका
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- श्रीकामघटकथानकम
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- श्रीपाल चरित्र – आचार्य सकलकीर्तिजी
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- श्रीपाल चरित्र – श्री नंदीश्वरव्रत(महात्म्य)
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- स्तोत्रादिसंग्रह:
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- षोडशक प्रकरण भाग २
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- श्रीचन्द्रराजचरितम
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- श्रीचित्रसम्भूतचरित्रम
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- श्रीधन्यचरित्रम
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- सूत्रकृतांङ्गग-सूत्र-दीपिका
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- श्रीसामाचारीशतकम
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- श्री नवपद प्रकरणं
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- शब्दार्णवचंद्रिका
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- स्रोतादिसंग्रह:
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- श्रेणिक चरित्र
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- श्री कामघटकथानकम
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- श्रीउपदेश-सप्ततिका(नव्या)
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- श्री दानादिकुलकसंग्रह:
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- श्रीपाण्डवचरित्र-महाकाव्यम
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- आवश्यकसूत्र
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- आख्यानकमणिनिकोश:
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- भोजचरित्र
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- विक्रांत कौरवं
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- विंशतिविंशिकाप्रक्रणम
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- जीव-विचारादीप्रकरणसंग्रह:
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- द्वादश-कुलकम
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- काव्यप्रकाश खण्डन
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- कुमारपाल चरित्रसंग्रह
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- स्वरूपसम्बोधन-पञ्चविंशति:
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- श्रीसम्यक्त्वसप्तति:
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- श्रीकल्पसूत्रार्थप्रबोधिनी
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- यशोधरचरितम
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- महावीराष्टक प्रवचन
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- जीवदया पगरणं
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- प्रतिष्ठा पराग
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- चौबीसी तीर्थांकर चालीसा
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- विशद लघु स्वयंभू स्तोत्र विधान
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- परिशिष्टम
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- प्रतिष्ठा कल्प (गुजराती अनुवाद)
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- कातंत्रव्याकरणम्
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- चरित्रशुद्धि व्रत (धर्मचंद जी)
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- वृहद कथा कोश
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- लघु पंचपरमागम विधान संग्रह
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- देवदर्शन स्तोत्रम्
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- हितोपदेश वैद्यक
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- जिनपूजा (मुनि सुधा सागर जी)
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- जिनगुण सम्पति विधान(आचार्य ज्ञानमति)
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- गद्यचिंतामणि
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- निर्वाणकांड
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- सम्पूर्ण जिनवाणी
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- सहस्त्रनाम मंत्रावली
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- सिद्धचक्र विधान(संतलाल जी)
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- शांति विधान(ताराचंद विचरित)
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- मातेश्वरी माँ पद्मे
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- सूक्तिमुक्तावली
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- दिगंबर जैनव्रतोपद्यान
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- सर्वार्थसिद्धि
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- सामायिक पाठ
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- निरयावलिका एवं विपाक सूत्र
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- दान दिवस
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- तीर्थवन्दनसंग्रह
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- शांतिनाथ भक्ताम्बर विधान
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- वर्धमान स्त्रोत (मुनि प्रणम्य सागर जी)
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- अष्टपाहुड
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- युक्त्यनुशासनम(आचार्य विद्यानंद)
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- तत्वानुशासन(डॉ.श्रेयांस कुमार जैन)
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- नेमिदूतम
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- ऋग्वेद में अर्हत और ऋषभवाची
ऋचायें
- ऋग्वेद में अर्हत और ऋषभवाची
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- क्रिया-कलाप(प्रभाचंद्राचार्य)
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- अभिषेकपाठ-संग्रह:
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- उत्तरपुराण(पंडित लालराम जैन)
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- वैराग्यशतक इन्द्रिय पराजय शतक
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- लधीयस्त्र्यादिसंग्रह:
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- भक्ताम्बर स्त्रोत मंत्र सहित(दीपार्चना)
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- आत्म ख्याति
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- जैनेंद्र प्रक्रिया
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- जैनदर्शनम्
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- सिद्धचक्र विधान(भट्टारक श्री शुभचन्द्रजी)