जैनों की हालत कई पारसीयों जैसी ना हो जाये

आपसे हमारी नम्र निवेदन हे कि साधर्मिक सहयोग करना है तो जमशेदजी टाटा का अनुकरण कीजिए|उनको व्यव्साय करने में मदद कीजिए|सहकारी समीती बनाकर उनको उसमे भागीदार बनाइए|अनाज और पैसे की “साधर्मिक” की लाईन मे नहीं खडा कीजिए|उनकी योग्यता अनुसार उनको गृह उद्योग से जोडिये|बहुत सारे ऐसे उद्योग हैं जो घर बैठे घर की महिलाएं कर सकती हैं|सच्चे दिल से साधर्मिक को सहयोग करना चा हते हैं तो co-operative society,Msme स्कीम से जोडिये|बाकी महीने के पहले सप्ताह मे पैसा/अनाज दे कर साधर्मिको को लाइन मे खडा करना है तो वह बात अलग हे|जैनियो के जमशेदजी टाटा बनिये|आने वाली पीढी आपको याद करेगी|