🌹 नवकार महामंत्र: विश्व शांति के लिए एक आध्यात्मिक पहल 🌹।। Bhag-3
जैन समाज की जीतो संस्था ने 9 अप्रैल 2025 को विश्व महामंत्र नवकार दिवस मनाने का निर्णय लिया है, जो संपूर्ण विश्व में शांति एवं सौहार्द की लहर प्रवाहित करने का एक सराहनीय प्रयास है। इस पवित्र पहल के लिए जीतो संस्था एवं इसके पदाधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएँ!
।।प्रार्थना की शक्ति: वैज्ञानिक प्रमाणों के साथ ।।
अंग्रेज़ी में एक प्रसिद्ध कहावत है— “Prayer Heals” (प्रार्थना उपचार करती है)। इस कथन की सच्चाई को प्रमाणित करने के लिए अमेरिका के ईसाई धर्मगुरुओं ने एक अनूठा प्रयोग किया। उन्होंने अस्पताल के एक वार्ड के ईकाई बेड के मरीजों के लिए दो महीने तक नियमित रूप से प्रार्थना की और फिर उनके मेडिकल रिकॉर्ड्स की तुलना पिछले मरीजों के रिकॉर्ड्स से की गई। परिणाम आश्चर्यजनक थे— जिन मरीजों के लिए प्रार्थना की गई, वे अपेक्षाकृत शीघ्र स्वस्थ हुए और घर लौटे। उनके अस्पताल में रहने के दिनों की संख्या घटी। मृत्यु दर में भी उल्लेखनीय कमी देखी गई। इस प्रयोग को बार-बार दोहराया गया और हर बार परिणाम समान रहे। इससे यह सिद्ध होता है कि प्रार्थना वास्तव में उपचार में सहायक होती है!
हम देखते हैं कि कई ईसाई मिशनरी अस्पतालों में नन्स (धार्मिक सेविकाएँ) नियमित रूप से मरीजों से मिलती हैं, उन्हें सांत्वना देती हैं और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करती हैं। इससे रोगियों को मानसिक और आध्यात्मिक बल मिलता है, जो उनके स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।
।।नवकार महामंत्र: आस्था और अर्थ का महत्व ।।
जीतो संस्था का यह विश्वास, विश्व शांति के लिए नवकार महामंत्र का ध्यान, प्रभावी सिद्ध होगा। परंतु, यह आवश्यक है कि जो भी इस महामंत्र का जाप करें, उन्हें इसका सही अर्थ, महत्व, एवं आस्था हो। अक्सर देखा गया है कि जैन युवाओं एवं अन्य लोगों को नवकार मंत्र के प्रत्येक पद का अर्थ ज्ञात नहीं होता है। बिना अर्थ जाने केवल अनुष्ठान के रूप में मंत्र जाप करने से वह प्रभाव नहीं उत्पन्न हो सकता, जो सच्ची आस्था और समझ के साथ किया गया जाप उत्पन्न कर सकता है।
।।सार्थक जागरूकता: एक अनिवार्य कदम ।।
इसलिए जीतो संस्था से मेरा विनम्र आग्रह है कि— नवकार मंत्र का अर्थ समझाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। समाचार पत्रों, टीवी चैनलों और डिजिटल प्लेटफार्म्स के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाए।
9 अप्रैल के कार्यक्रम में कम से कम 30 मिनट नवकार मंत्र के अर्थ को समझाने के लिए निर्धारित किए जाएँ। शेष समय में नवकार मंत्र का सामूहिक ध्यान किया जाए, ताकि इसका गहरा प्रभाव संपूर्ण विश्व में शांति और सौहार्द स्थापित कर सके।
यदि हम केवल नवकार मंत्र का जाप करने के बजाय उसे समझकर, श्रद्धा और आस्था से ध्यान करे, तो निश्चित रूप से यह विश्व में शांति और समरसता लाने का एक महाशक्तिशाली माध्यम बन सकता है।
आइए, इस पावन अवसर पर नवकार महामंत्र के सच्चे अर्थ को आत्मसात करें और ध्यान कर इसे विश्व कल्याण का माध्यम बनाएं!
**सुगाल चंद जैन, चेन्नई
4-3-25**