सुप्रभात संदेश: जिनशासन की स्तुति और आराधना

सुप्रभात 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जय जिनेंद्र
शब्दों का जब मुस्कुराहट के लिए भगवान का शुक्रिया नहीं किया तो आंखों में आसूं के लिए शिकायत का हक कैसे
आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो
__जय हो 🙏🙏🙏 🙏 🙏 🙏
सागर वाले अतिप्राचीन अतिशयकारी त्रिलोकीनाथ देवाधिदेव 1008 चंद्रप्रभु भगवान की जय हो
तीन लोक संबंधी 8 करोड़ 56 लाख 97 हजार 481 अकृत्रिम जिन चैत्यालयों में विराजित 925 करोड़ 53 लाख 27 हजार 948 जिन प्रतिमाओं को मेरा कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏
ॐ ह्लीं श्रीं क्लीं ऐं अर्ह श्री चंद्रप्रभु जिनेंद्राय नमो नमः 🙏🙏
जय हो__