तारीख 7 फरवरी 2025 को स्थानकवासी के चार संप्रदायों में 24 दीक्षा हुई है
तारीख 7 फरवरी 2025 को स्थानकवासी के चार संप्रदायों में 24 दीक्षा हुई है, यह चारों संप्रदायों में माइक में बोलते नहीं है। मोबाइल लैपटॉप आदि का प्रयोग बिल्कुल करते नहीं है। फोटो खिंचवाते नहीं है। कपड़े धोते नहीं है मेला रखते है। पंखों की हवा लेते नहीं है, ए.सी. का भी प्रयोग करते नहीं है। चारों संप्रदाय के साधु साध्वी लोच करते है, उस्तरा तथा रेजर का प्रयोग बिल्कुल नहीं करते है। चारों संप्रदाय के साधु साध्वी चंपल तथा मोजे नहीं पहनते है। बीमारी के शिवाय गाड़ी का प्रयोग बिल्कुल करते नहीं है। साधु साध्वी वृद्ध हो जाते हैं तो स्थिरवास हो जाते है।
इन संप्रदायों के आचार्य तथा साधु साध्वियों के सानिध्य में गृहस्थियों को मोमेंटो देना, प्रस्तुति पत्र एवं दुशाला ओढ़ना माला पहनना उनके सानिध्य में बिल्कुल नहीं होता है। आचार्य तथा साधु साध्वियों के विहार में श्रावक तथा श्राविका रास्ते की सेवा करते हैं उनका आहार पानी लेते नहीं है गांव की गोचरी करते है।
अपने यहां राजनीतिक नेताओं को बुलाते नहीं है कभी-कभी आ जाते हैं तो उनके मुंह पर मुंहपत्ती लगाकर बोलना पड़ता है और श्रावक श्राविका को भी खुले मुंह नहीं बोलने देते है।
पंचमी कैसे जाते हैं इसका हमें मालूम नहीं है लेकिन ऐसा सुनते हैं की चारों संप्रदाय के साधु साध्वी लैट्रिन का प्रयोग नहीं करते है। चारों संप्रदाय आडंबर प्रदर्शन दिखावा से कोसों दूर है उनके सारे कार्यक्रम सादगी पूर्ण होते है।
बड़े शहरों में साधु साध्वी गोचरी ऊपर तलों पर चढ़कर करते हैं नीचे लाया हुआ आहार बिल्कुल नहीं लेते है। रात को बिजली के प्रकाश में बैठते नहीं है। सुबह तथा शाम को कुर्ला करते हैं तो टूथपेस्ट तथा ब्रश का भी प्रयोग नहीं करते है।
दिन में आहार पानी करके सोते नहीं है, दोपहर में सर्व साधु साध्वी आगम का वाचन करते है।
चारों संप्रदाय मूर्ति पूजा नहीं करते हैं भाव पूजा करते है। चारों संप्रदाय के साधु साध्वी बहुमूल्य कपड़े नहीं पहनते, घटिया कपड़ों का प्रयोग करते है। चारों संप्रदाय के साधु साध्वी कच्चे पानी का प्रयोग नहीं करते है। चारों स्थानकवासी संप्रदायों के साधु साध्वी अपने नेसराय का बोझ भार अपने कंधों पर लेकर विहार करते है। पालना करने वाले सभी साधु भगवंत व दिक्षार्थी पूजनीय है वंदनीय है।
जय महावीर जैनम जयंती शासनम।
बाबूलाल भंडारी “निर्भय”
समदड़ी – बेंगलुरु
📞 9341890330
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