एक ही उपाय है…

एक ही उपाय है = निजी धाम, मठ, मंदिर, ट्रस्ट जिनके अध्यक्ष कोई धर्म गुरु, साधु, संत या उनके द्वारा प्रयोजित कोई अन्य संस्था या ट्रस्ट हो वहां पर उनके अंतर्गत होने वाले धार्मिक अनुष्ठान का आर्थिक बहिष्कार करना। जाना जरूर लेकिन लक्ष्मी का उपयोग सोच समझकर करना।

कोई भी धार्मिक कार्यक्रम सिर्फ गांव या शहर के मंदिर की पेडी द्वारा आयोजित हो वही पर अपनी लक्ष्मी का सद उपयोग होना चाहिए ऐसी नियमावली सभी गांव ओर शहर के मंदिर जी के ट्रस्ट बनाए। धार्मिक गुरुओं के निजी आयोजनों से संघ, समाज दूरी बनाए। जिससे आपकी लक्ष्मी का सद उपयोग होगा, न कि शीतलचार का विरोध करने पर आप, संघ या समाज को दबाने के लिए।

जरूर चिंतन करे।

जय जीनशाषण जय महावीर 🙏🙏

K. महेंद्र जैन चेन्नई 🌺🌺