अध्यक्ष हो तो ऐसा … श्री प्रमोद जी कोयला ने सिद्ध कर दिया कि “अध्यक्ष” केवल मन्दिर निर्माण के लिए नहीं बल्कि समाज के उत्थान के लिए भी होता है।

अध्यक्ष हो तो ऐसा … श्री प्रमोद जी कोयला ने सिद्ध कर दिया कि “अध्यक्ष” केवल मन्दिर निर्माण के लिए नहीं बल्कि समाज के उत्थान के लिए भी होता है।
…..अनिल बड़कुल
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सर्वोदय तीर्थ अमरकंटक में हुए हादसे में जैन समाज के दुकानदारों की दुकान जलने से रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई थी। उस समस्या के निराकरण हेतु आर्थिक सहयोग हेतु, भारतवर्ष की समस्त जैन समाज से निवेदन किया गया। जिसमें अमरकंटक कमेटी के अध्यक्ष श्री प्रमोद जैन कोयला वाले परिवार बिलासपुर द्वारा सभी दुकानदारों को दुकान खड़ी करने के लिए फर्नीचर के लिए 30 लाख रुपए की सहायता प्रदान की गई है।

तीर्थ पर अस्थाई रूप से व्यवसाय कर रहे जैन दुकानदार भारी संकट में आ गए हैं। ऐसे दुकानदारों के सहयोग एवम पुनर्स्थापन हेतु जैन समाज का दायित्व भी बनता है। अधिकांश स्थानों की जैन समाज मे विडम्बना यह रहती है कि लोग समाज के असहाय बंधुओं के सहयोग हेतु कम ही आगे आते हैं। ऐसे में दानवीर, श्री प्रमोद जी कोयला की सम्बेदनशीलता सराहनीय है। और भी जो महानुभाव सहयोग कर रहे हैं उन सभी के मंगल भावों की अनुमोदना।
■ अनिल जैन बड़कुल, ए बी जैन न्यूज़

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