जय जिनेंद्र बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी जो अभी तक ज्यादातर जैनों को मालूम नहीं है !
जय जिनेंद्र बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी जो अभी तक ज्यादातर जैनों को मालूम नहीं है !
मैं मांगीलाल मांडोत – खमनोर (हल्दीघाटी ) साकीनाका प्रस्तुत करना चाहता हूं कि हमारा यह जैन ️ध्वज जो पांच रंगों से सुशोभित है , उसको चारों ही संप्रदायों ने एकमत से सन् 1974 में स्वीकार्य किया ! अभी इस दिवाली में महावीर निर्वाण कल्याणक में 50 साल हो रहे हैं ! यानी कि इस ️ध्वज की स्वर्ण जयंती आ रही है ! हम सभी जैन परिवारो को अपने घर पर हर घर तिरंगा घर-घर तिरंगा की तर्ज पर हर हमारे हर जैनी के घर ️ पचरंगा ध्वज धनतेरस, रूप चौदस , दिवाली और भाई दूज तक फहराना , घर पर लगाना चाहिए ! ऐसा मेरा निवेदन है !और इस महत्वपूर्ण जानकारी को आगे से आगे सभी ग्रुपों में भेजना चाहिए , ताकि सभी लोग इस ध्वज स्वर्ण जयंती महोत्सव अभियान में सम्मिलित हो सके और चारो ही संप्रदाय इसमें एक है ! चाहे दिगंबर हो , मूर्ति पूजा हो , तेरापंथ हो , स्थानकवासी हो सभी संप्रदाय में मान्य है ! यह बहुत ही गौरवपूर्ण दिन हमारे नजदीक आ रहा है ! इसलिए मैं मेवाड़ संघ के साथ ही सभी संप्रदायों से निवेदन करता हूं कि अपना जैन ️ ध्वज दिवाली के महत्वपूर्ण पांच दिवसों में अपने हर घर पर लहराया जाए ! ताकि सभी को जैन धर्म की प्रभावना का लाभ मिल सके ! बहुत-बहुत धन्यवाद
इन्ही शुभकामनाएं मंगल कामनाओं के साथ , आभार ️️️️️️*