“शिखर जी केस पर हो जारी श्वेत पत्र”
जैन समाज जानना चाहता है कि:
5 जनवरी 2023 को शिखर जी की पवित्रता संरक्षण के लिए जारी अनशन आंदोलन की समाप्ति की दिल्ली में सामूहिक रूप से घोषणा करने वाले दिगंबर श्वेतांबर जैन समाज की प्रमुख संस्थाओं के पदाधिकारी आखिर किस बात पर सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ रहे है?
भगवान महावीर के अनुयाई आखिर कौन सी मांग को लेकर 20 तीर्थंकरों की मोक्ष भूमि जैसी पावन भूमि के लिए लड़ रहे?
या जैसा पटना हाई कोर्ट ने लिखा था कि केवल नाक की लड़ाई है?
कितनी बार आपस में समन्वय के लिए प्रयास किए?
किन मांगों पर सहमति या असहमति है?
शिखर जी केस के कारण दोनो समाज आपस में बंटे नजर आते है तो ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि आखिर किन मांगों पर केस किया गया है?
समाज चंदा देगा तो यह भी जानने का अधिकारी है कि केस किसलिए?
दिगंबर श्वेतांबर समाज को आपस में जोड़ने की अपेक्षा लड़ाने की भड़काऊ पोस्ट क्यों की जा रही है?
क्या क्षमावाणी सिर्फ व्हाट्सएप के लिए है?
कही ऐसा ना हो कि सुप्रीम कोर्ट में शिखर जी का केस लड़ रहे एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान और कुछ हजार सदस्यों वाली कमेटी के अलावा जैन समाज के लोग लाखो की संख्या में सुप्रीम कोर्ट याचिका दायर करें।
गिरनार जी केस का भी कुछ नही पता, पुलिस प्रशासन से कोर्ट के आदेशों का पालन करवाने में नाकामी क्यों?
तीर्थों पर अतिक्रमण हो रहे, समाज तमाशा देख रहा और समाज का पैसा व्यर्थ बहाया जा रहा।
उत्तम क्षमा
जागरूक जैन श्रावक
26 सितंबर 2024