श्री कच्छुलिका पार्श्वनाथ

# (108) श्री कच्छुलिका पार्श्वनाथ
काछोली, स्वरुपगंज जिला – सिरोही राज.
108 पार्श्वनाथ में प्रतिष्ठित श्री कच्छुलिका पार्श्वनाथ प्रभु का अति प्राचीन देरासर काछोली गांव में स्थित है।
सात फणधारी श्वेत वर्ण के 29″×23″ की आकर्षक मनमोहक पार्श्व प्रतिमा जिन्हें कच्छुलिका पार्श्वनाथ के अलावा चिंतामणि पार्श्वनाथ के नाम से भी जाना जाता है। जन आस्था का केन्द्र है।
जानकारी के अनुसार कच्छ के राव द्वारा बसाए गए काछोली नामक गांव का समृद्ध शाली अतीत रहा है। यह तीर्थ 650 वर्ष से भी अधिक पुराना माना जाता है। संवत 1343 के शिलालेख से काछोली की प्राचीनता प्रमाणित होती है। संवत 2016 में जिनालय की पुन: प्रतिष्ठा हुई है। काछोली गांव के नाम से कृपानिधान को कच्छुलिका पार्श्वनाथ के नाम से जाना जाता है।
देरासर में मुनिसुव्रतस्वामी की प्रतिमा भी विराजमान है और ठीक इनके सामने शनिदेव की प्राचीन प्रतिमा विराजित है।
इसी तीर्थ पर काछोलीवाल ‘गच्छ’ की उपज मानी जाती है।इसी गच्छ के श्री माणिकप्रभसूरिजी एवं उदयसूरिजी को आचार्य पद से नवाजा गया था। संवत 1363 में “कच्छुली रास” में इस तीर्थ की महिमा का विधान किया गया। इसके अलावा कई अन्य रचनाकारों ने भी तीर्थ महिमा का वर्णन किया है।
यहां पर धर्मशाला एवं भोजनालय की व्यवस्था नहीं है।लेकिनयात्रियों के लिए कुछ समय आराम व्यवस्था के साथ ही अल्पहार की व्यवस्था उपलब्ध है।
*व्यवस्था -श्री कछोली जैन संघ कछोली, स्टेशन स्वरुप गंज , तालुका पिंडवाडा जिला सिरोही राज. द्वारा
* सम्पर्क -तीर्थ पुरोहित श्री देवजी भाई से
95872 25883 एवं तीर्थ ट्रस्टी श्री मुकेश भाई शाह (साबरमती गुजरात) 9327023038
*दूरी > ग्राम काछोली स्वरुप गंज से 5 किमी. पिंडवाड़ा से 31किमी, उदयपुर से 130, राणकपुरा पार्श्वनाथ से 107, सेसली पार्श्वनाथ से 85, दादा पार्श्वनाथ जूना बेड़ा से 67, नवलखा पार्श्वनाथ पाली से 163, पोसली पार्श्वनाथ पोसालिया से 77 किमी की दूरी पर है।

SURESH BOHRA
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