श्री सम्मेद शिखर जी की पवित्र धरा पर बलि की पुनरावृति नहीं होने के लिए आश्वस्त करने की कृपा

@HemantSorenJMM सर्वोच्च जैन तीर्थराज बीस #Jain तीर्थंकरों और अनंत संतों की मोक्षस्थल श्री सम्मेद शिखर जी की पवित्र धरा पर आपके द्वारा चार निर्दोष और मूक बकरों की बलि की अनुमोदना के साथ पूजा के बाद उनकी बलि दिलवाकर पर्वतराज पर बलि प्रथा आरंभ करवाना समस्त अहिंसक समाज के लिए दुखद, चिंतनीय, अस्वीकार्य और असहनीय।

प्रकृति और अहिंसा प्रेमी समाज किसी भी मूक प्राणी की हत्या करना या करवाना तो दूर, मन भाव से भी ऐसा नहीं सोच सकता।

झारखंड सरकार द्वारा वर्ष 2018, 2022 और पूर्व के वर्षो में पारसनाथ पर्वतराज को सर्वोच्च #Jainism तीर्थ मानते हुए इसकी पवित्रता के प्रति कटिबद्ध होने और केंद्रीय वन मंत्रालय @byadavbjp @moefcc द्वारा 5 जनवरी 2023 को जारी निर्देशों में जैन तीर्थराज की पवित्रता के लिए पारसनाथ पर्वतराज और मधुबन में पशु हिंसा, मांसाहार और शराब पर प्रतिबंध लगाया हुआ है लेकिन आपने यहां पशु बलि प्रथा जैसा हिंसक कार्य करवाकर अहिंसामयी पवित्र तीर्थ का अपमान किया गया है, जो समस्त जैन और अहिंसक समाज ही नहीं अपितु प्रकृति की पूजा करने वाले आदिवासी बंधुओं को भी स्वीकार नहीं।

कृपया पवित्र जैन तीर्थराज पर बलि करवाने पर अफसोस के साथ क्षमा मांगते हुए भविष्य में जैन तीर्थराज पर हिंसक बलि की पुनरावृति नहीं होने के लिए आश्वस्त करने की कृपा करें।
@rashtrapatibhvn @VPIndia @narendramodi @jhar_governor

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