राष्ट्रपति सचिवालय ने “नालंदा विश्वविद्यालय” में पूर्ववत जैन दर्शन पाठ्यक्रम आरंभ करने की याचिका को उच्च शिक्षा विभाग को फॉरवर्ड किया।

राष्ट्रपति सचिवालय ने विश्व जैन संगठन द्वारा धर्म निरपेक्ष “नालंदा विश्वविद्यालय” में पूर्ववत जैन दर्शन, विद्या और प्राकृत पाठ्यक्रम आरंभ करने की याचिका को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग को फॉरवर्ड किया।

बिहार मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भी संगठन की याचिका को बिहार शिक्षा सचिव को फॉरवर्ड किया जा चुका है।

संगठन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, बिहार सरकार और नालंदा विश्वविद्यालय प्रबंधक समिति से विश्वविद्यालय में जैन दर्शन, विद्या और प्राकृत भाषा पाठ्यक्रम अतिशीघ्र आरंभ करने की मांग की है क्योंकि प्राचीन समय में यहां जैन शास्त्रों का अध्ययन कराया जाता था और वर्तमान में केंद्र सरकार के 1749 करोड़ के बजट से संचालित धर्म निरपेक्ष यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 2000 विद्यार्थी यहां पढ़ेंगे जिनके माध्यम से जैन दर्शन की जानकारी विश्व स्तर पर होनी आवश्यक है….विश्व जैन संगठन व्हाट्सएप: 8800001532