जैनम श्री शिक्षण शिविर 2024

सूर्य की परिधि निश्चित है लेकिन काल असीमित है इस संसार के समान अनंतानंत है वह चाह कर भी ध्यानलीन या मोक्ष मार्गी नहीं हो सकता लेकिन हमारे पूज्य आचार्यश्री ध्यान लीन होकर मोक्ष मार्ग की ओर प्रशस्त हो चुके हैं और अपना सूर्य रूपी तेज अपने लघुनन्दन को सौपकर हमें यही शिक्षा देते हैं की समय रहते सब त्याग कर दो
धन्य हैं हम पंचम काल में ऐसे पूज्य आचार्य श्री और उनके लघुनन्दन गुरुवर को पाकर। इसीलिए कहते हैं- गुरुवर की वाणी जगत कल्याणी

पाठशाला प्रणेता मुनिश्री १०८ निर्वेग सागर जी मुनिराज का जैनम श्री शिक्षण शिविर त्रयोदस दिवस 10 अगस्त 2024

मुनिश्री ने आज के कक्षा का प्रारम्भ “गुरु वंदना ” स्तुति के मंगलाचरण के साथ किया
उसके बाद मुनिश्री ने शांतिनाथ स्तवन का पुनः पाठ (रिवीजन) कराया और उसके बाद गोमटेश थुति के श्लोक 1 से 2 तक रिवीजन और 3 से 4 तक अर्थ सहित पाठ कराया और बहुत ही मार्मिक वर्णन किया जिसमे बाहुबली भगवान के बाहुबल की महिमा का वर्णन किया और भगवान के गुणों के बारे में बताया।
इसके बाद तत्व चर्चा की जिसमे “आकाश कितने होते है और आकाश के बारे में विस्तृत वर्णन किया”
आगे जीव का वर्णन करते हुए मुनिश्री ने बताया “जीव अनंत हैं, जीव के अनंत प्रदेश हैं। पुद्गल द्रव्य अनंतानंत हैं और उसके प्रदेश संख्यात+ असंख्यात+अनंत हैं, इसके बाद धर्म द्रव्य, अधर्म द्रव्य, आकाश द्रव्य, काल द्रव्य के बारे में बताया।
मुनिश्री ने जैनम शिक्षण शिविर की परीक्षा आगामी 22 अगस्त को घोषित की और परीक्षा में आने बाले पाठ इत्यादि की बारे में भी बताया, परीक्षा में आने बाले आचार्यश्री जी द्वारा रचित 10 हायकू को अर्थ सहित समझाया
आचार्य श्री जी का दोहा –
रिपुता की सीमा रही गहन किया उपसर्ग,
समता की सीमा यही गहन किया अपवर्ग
मुनिश्री ने यह दोहा कल मोक्ष सप्तमी के अवसर पर पार्श्वनाथ भगवन की महिमा का वर्णन करते हुए सुनाया।
कल होने बाले कार्यक्रम की तहत यह कक्षा की छुट्टी रहेगी

मुनिश्री ने आज बहुत ही अच्छा सूत्र दिया
पापा नहीं पाता या पिताजी कहें, क्योंकि जो पाप में पड़ा है बो पापा है, और पाता/पिताजी का अर्थ सुरक्षा करने बाला जो परिवार की बच्चो की सुरक्षा करे तो पाश्चात्य सभ्यता का पालन न करते हुए माँ और पिताजी कहे
इसी के साथ आज की कक्षा का पूर्ण हुई ।

तो भव्यजनों इतना की कहूंगा की सूर्य का तेज (आचार्य श्री जी का ज्ञान) धारण कर पूज्य गुरुवर हमें ज्ञान रोशनी प्रदान कर रहे हैं जो निश्चित ही हमारे जीवन के अज्ञान रूपी अँधेरे का हरण करेगी और जीवन को सही दिशा में ले जाने के लिए प्रेरित करेगी यदि आप भी अपने जीवन में परिवर्तन चाहते हैं तो शुरुआत आज से करें
आलश्य का त्याग करें निद्रा से मुँह मोड़ें, प्रतिदिन सुबह ६ से ७ मोहता भवन जंजीरवाला चौराहा इंदौर आना न भूलें

गुरुचरण की धूल
सीए अभिषेक जैन
(साधर्मी वात्सल्य समूह)
9827075715
हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप या ब्रॉडकास्ट लिस्ट में जुड़ने के लिए अपना नाम और शहर / गांव का लिखकर इस नंबर पर भेजें –
पूर्ण विडिओ के लिए निचे दी गई यूट्यूब लिंक पर क्लिक करें

आज की वीडियो की लिंक –
https://www.youtube.com/live/7EBlK8GcSpM?si=cYuSV28RQn82